आज आओ ना जानम
बना लें बिगड़ी बात,
करें बातें दिल खोल कर।
दिन कितने हो गए
किए, हर एक वो बात,
जब होता था ना कोई राज।
आ जाओ न सनम ,
कर लें बातें मन भर।
हो जाएं एकाकार
बस यही तो कहा था मैंने
जाने क्या हुआ ऐसा ,
बदल दिए उसने अपने अंदाज,
बंद ना हो पाई मेरी आंख
हमेशा हमेशा के लिये
छोड़ दिया मेरा साथ .....नींद ने ।।
पूनम 😐
जब तक बात नहीं बनती है
जवाब देंहटाएंभृकुटी भी तनी रहती है।
नयन नींद को ठौर कहां,
पलकों में ठनी रहती है।😄😄🌹🌹